MAUT KA5 FRISHTA
हुजूर सल्लल्लाहु ताला वसल्लम का फरमान इबरत नीशान है कि जब आदमी पर नज़ा का आलम तारी होता है तो अल्लाह ताला उसकी तरफ पांच फ़रिश्ते भेजता है TBALE OF CONTECT 👉MAUT KA 1 FRISHTA 👉MAUT KA 2 FRISHTA 👉 MAUT KA 3 FRISHTA 👉 MAUT KA 4 FRISHTA 👉 MAUT KA 5 FRISHTA MAUT KA 1 FRI SHTA पहला फ्रिश्ता उसके पास उस वक्त आता है जब उसकी रूह हलक यानि गले तक पहुंच गई होती है वह फ्रिश्ता उसे पुकार कर कहता है ये इब्ने आदम तेरा ताकतवर बदन कहां गया आज तू कितना कमजोर है तेरी फसी जबान कहां गई आज तू कितनी खामोश है तेरे घर वाले और तेरे अज़ीज़ कहां गए तुझे किसने अकेला कर दिया तुझे लोग अंधेरी कब्र मे छोड़ कर कर चले गए नाजरीन इकराम फिर जब उसकी रूह कब्ज कर ली जाती है और कफन पहना धुला दिया जाता है तो MAUT KA 2 FRISHTA दूसरा फरिश्ता उसके पास आता है और उसी पुकार कर कहता है ये इब्न आदम तूने तंगदस्ती के खौफ से जो माल और असबाब जमा किया था वह कहां गया तूने तबाही से बचने के लिए जो घर बनाए थे वह कहां गए तूने तन्हाई से बचने के लिए जो उंच तैयार किया था वह कहां गया फिर जब उसका जनाजा उठाया जाता है तो मौत का MAUT KA 3 FR